प्रभु श्रीरामलला के ननिहाल छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के शिवरीनारायण की साबरी मंदिर से बेर लेकर अयोध्या निकली। यात्रा सुबह 11:00 बजे शबरी आश्रम से रथ में सवार होकर निकली जो कोरबा की सीता गुफा का दर्शन करते हुए अयोध्या पहुंचेगी
अयोध्या में प्रभु राम लाल के साथ उनकी भक्त माता शबरी का भी मंदिर बनाया जा रहा है यह दुनिया का दूसरा श्री राम और माता शबरी का साथ में मंदिर है श्री राम और माता शबरी का एक मंदिर साथ में शिवरीनारायण में बनाया गया है
माता शबरी और नारायण के नाम में ही इस धाम का नाम शिवरीनारायण पड़ा है शिवरीनारायण में ही प्रभु ने शबरी के झूठे बेर खाए थे शिवरीनारायण मंदिर परिसर में एक ऐसा पेड़ है जिसकी पत्ती आज भी दोने के आकार की लगती है इसी पेड़ के पत्ते से शबरी माता ने प्रभु राम को बेर खिलाए थे तब से इस पेड़ के पत्ते दोने के आकार का लगता हैं