3 मार्च को शाम 6.34 बजे हाथी रिसगांव रेंज में पश्चिम मूहकोट के कक्ष क्रमांक सी/279 में लगे कैमरे में हाथी की तस्वीर अंतिम बार कैद हुई. हाथी कैमरे के आसपास गुजरते दिखा है. फिर कैमरा को तोड़ दिया. प्रशासन को रात में ही कैमरे तोड़ने की सूचना सिस्टम से मिल गया था. आज टूटे कैमरे की पार्ट्स को एकत्र कर लिया गया है. बता दें कि यही हाथी 2 मार्च को इसी रेंज के कक्ष क्रमांक 300 में एक कैमरे को तोड़ दिया था.
उदंती सीतानदी अभ्यारण के उपनिदेशक वरुण जैन ने कहा कि युवा हाथी सिकासेर झुंड से अलग है. मादा हाथी झुंड की मुखिया होती है. झुंड के अनुशासन के खिलाफ काम करने वाले हाथी को झुंड से खदेड़ने की प्रवृति हाथियों में होती है. झुंड से बिछड़ा हाथी कामुक और उत्तेजित होता है. उन्होंने बताया कि कैमरे के सामने से गुजरते वक्त फ्लैश चमकते ही हाथी उत्तेजित हो रहा है. उसे एकांत पसंद है. विभाग की ओर से पूर्व में लगाए गए 180 ट्रेप कैमरे में फ्लैश है, जबकि 2023 में लगाए कैमरे इंफ्रारेड सिस्टम से तस्वीर कैद करता है.