प्रमुख थ्रो और रैंकिंग
- तीसरे प्रयास में उन्होंने 85.29 m का थ्रो किया, जो प्रतियोगिता का सर्वोत्तम थ्रो साबित हुआ, और उन्होंने तीसरे से ही बढ़त बना ली ।
- दूसरा स्थान साउथ अफ्रीकी Douw Smit ने 84.12 m फेंककर हासिल किया, जबकि ग्रेनेडा के Anderson Peters तीसरे स्थान पर रहे .

📊 तकनीकी प्रदर्शन
- पहला थ्रो null/foul (fault) था।
- दूसरी बार उन्होंने 83.45 m से बेहतर वापसी की।
- चौथे और पांचवें प्रयास में क्रमशः 82.17 m और 81.01 m प्राप्त की।
- छठे थ्रो को उन्होंने जानबूझकर फॉल्ट डिक्लियर किया, यह दिखाते हुए कि वह बेहतर परिणाम के अंत तक प्रयास नहीं करना चाहते थे .
🎙️ नीरज की प्रतिक्रिया
- दिल्ली-वाले चोपड़ा ने कहा कि फ़िलहाल स्वर्ण जीतकर ख़ुश तो हैं, लेकिन अपने थ्रो से पूरा सन्तोष नहीं है क्योंकि वे अपनी प्रतिभा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए ।
- उन्होंने अपने प्रेरणा स्रोत जन ज़ेलेज़नी (Jan Zelezny) के सम्मान में बेहतर थ्रो का ईष्टतम प्रदर्शन करने की इच्छा व्यक्त की
🌟 लगातार उत्कृष्टता – विश्व स्तर पर मजबूत फॉर्म
- यह स्वर्ण पदक उन्होंने पेरिस डाइमंड लीग (88.16 m) की जीत के केवल पांच दिन बाद जीता, यह उनकी निरंतर बढ़ती लय को दर्शाता है
- खास बात यह कि Ostrava में वह पहला थ्रो तो फॉल्ट था, लेकिन जल्द ही पीछे पीछे चार सफल और संतोषजनक थ्रो दिए, सब 80 m+ के रहे ।
- इससे उनकी इस सीज़न में 24वीं लगातार टॉप‑2 फिनिश हो गई — जो इतिहास में तीसरे स्थान पर है, सिर्फ Zelezny (33) और Sergey Makarov (25) से पीछे
🗓️ आगे का प्रोग्राम
- Ostrava के बाद उनका अगला कदम है Neeraj Chopra Classic, जो 5 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित होगा — यह उनका पहला ग्लोबल खिलाड़ी-प्रेरित प्रतिस्पर्धा आयोजन है
- इसके साथ ही उनकी नज़दीकी निगाह 2026 विश्व चैंपियनशिप और आगामी Olympics पर बनी हुई है।
✅ निष्कर्ष
नीरज चोपड़ा ने Ostrava में एक बेहतरीन शुरुआत की—85.29 m की शानदार थ्रो, स्वर्ण पदक, और लगातार उच्च स्तर का प्रदर्शन। हालांकि उन्होंने कहा कि वह खुद से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद रखते हैं, यह जीत उनकी निरंतर स्थिरता और आत्म-निर्धारित लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्धता का स्पष्ट उदाहरण है।