NSE Nifty 50 भी 25,149.85 पर बंद हुआ, जो –205.40 अंक (–0.81%) का नुकसान दर्शाता है.
BSE Sensex और Nifty 50 का हाल
सूचकांक | बंद स्तर | गिरावट | प्रतिशत परिवर्तन |
---|---|---|---|
BSE Sensex | 82,500.47 | –689.81 अंक | –0.83% |
NSE Nifty 50 | 25,149.85 | –205.40 अंक | –0.81% |
👉 यह लगातार दूसरा दिन था जब प्रमुख इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई।

🔍 गिरावट के प्रमुख कारण
1. आईटी सेक्टर में गिरावट
- TCS, Infosys, और HCL Tech जैसी कंपनियों के कमजोर Q1 रिजल्ट्स और guidance के चलते पूरे IT सेक्टर में दबाव आया।
- Nifty IT इंडेक्स में ~2% की गिरावट।

2. वैश्विक अस्थिरता
- अमेरिकी शेयर बाजारों में भी गिरावट रही, क्योंकि फेडरल रिजर्व की अगली दर नीति को लेकर अनिश्चितता है।
- डॉलर इंडेक्स मज़बूत हुआ, जिससे विदेशी निवेशक भारत जैसे उभरते बाज़ारों से धन निकाल सकते हैं।
3. उच्च वैल्यूएशन पर चिंता
- शेयर बाजार अपने ऑल-टाइम हाई के आसपास है, इसलिए मुनाफावसूली और सतर्क निवेश देखने को मिल रहा है।
4. मिडकैप और स्मॉलकैप पर दबाव
- निवेशक बड़ी कंपनियों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे मिड और स्मॉलकैप में और ज़्यादा वोलाटिलिटी बढ़ी है।
📊 क्षेत्रवार प्रदर्शन
सेक्टर | प्रदर्शन (11 जुलाई) |
---|---|
IT | ❌ गिरावट (~2%) |
फार्मा | ✅ सीमित मजबूती (Glenmark, Cipla में तेजी) |
ऑटो | ❌ Maruti, Tata Motors में गिरावट |
बैंकिंग | ⚠️ मिश्रित प्रदर्शन – HDFC Bank कमजोर, Kotak स्थिर |
FMCG | ✅ हल्की खरीदारी – HUL, Nestle में सपोर्ट |
मेटल | ✅ JSW Steel, Hindalco में सीमित उछाल |
🔮 बाजार पर विशेषज्ञ राय
निपुण मेहता (Motilal Oswal):
“यह गिरावट लंबी अवधि की चिंता का संकेत नहीं है। यह बस ‘overbought market’ की correction है।”
राजेश पालविया (Axis Securities):
“अभी बाजार में सतर्कता का दौर है, लेकिन हर गिरावट में quality stocks खरीदने का अवसर है।”
🧭 तकनीकी स्तर
इंडेक्स | सपोर्ट लेवल | रेसिस्टेंस लेवल |
---|---|---|
Nifty 50 | 25,000 – 24,850 | 25,400 – 25,550 |
Sensex | 81,800 – 82,000 | 83,200 – 83,500 |
✅ निष्कर्ष
- 11 जुलाई को बाजार में गिरावट का मुख्य कारण IT सेक्टर का कमजोर प्रदर्शन और वैश्विक अस्थिरता रहा।
- हालाँकि, फार्मा, FMCG और मेटल जैसे सेक्टरों ने बाजार को पूरा गिरने से रोका।
- आने वाले सप्ताह में निवेशकों को कंपनी के Q1 नतीजों, FII प्रवाह, और वैश्विक संकेतों पर नज़र रखनी चाहिए।