छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री समुद्री दौरे पर हैं, जहां वे विदेशी निवेश आकर्षित करने पर केंद्रित हैं—विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों में। उन्होंने ओसाका में विश्व एक्सपो 2025 में भी हिस्सा लिया है, जहां छत्तीसगढ़ की तकनीकी और सांस्कृतिक झलक दिखाई गई।

क्या मकसद है?
- विदेशी निवेश खींचना—खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और फूड प्रोसेसिंग में। ये फोकस सेक्टर राज्य की नई औद्योगिक नीति 2024–30 के अनुरूप हैं। सीएम ने कहा कि नीति लागू करने के बाद से ~₹6.5 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं और कई प्रोजेक्ट शुरू भी हो चुके हैं।
कब–कहाँ जा रहे हैं? (टेंटेटिव इटिनरेरी)
- टोक्यो (22–24 अगस्त): निवेशक-मीट, इंडस्ट्री एसोसिएशनों और उद्यमियों से हाई-लेवल मीटिंग्स।
- ओसाका (25–26 अगस्त): वर्ल्ड एक्सपो 2025 में भारत (भारत पवेलियन) के भीतर छत्तीसगढ़ की भागीदारी/पवेलियन पर उपस्थिति।
- सियोल (27–29 अगस्त): निवेशक राउंडटेबल्स, सेक्टर-विशेष बातचीत और शीर्ष कोरियाई कंपनियों/व्यापार संघों से मुलाकातें।
(दौरा कुल ~10 दिन; 31 अगस्त को भारत वापसी का शेड्यूल बताया गया है।)
किन-किन के साथ?
- आधिकारिक डेलिगेशन में शीर्ष अफसर शामिल हैं—मुख्य सचिव अमिताभ जैन, प्रिंसिपल सेक्रेटरी सुभोद सिंह, इंडस्ट्रीज सेक्रेटरी रजत कुमार आदि।
ओसाका वर्ल्ड एक्सपो 2025 में छत्तीसगढ़
- भारत का पवेलियन (भारत/इंडिया पवेलियन) एक्सपो की थीम “Designing Future Society for Our Lives” के अनुरूप है; 160+ देशों की भागीदारी है और एक्सपो 13 अक्टूबर 2025 तक चल रहा है।
- छत्तीसगढ़ का स्टॉल/प्रेज़ेंस—राज्य की संस्कृति और औद्योगिक प्रगति दोनों की झलक; ख़ास आकर्षण के तौर पर बस्तर की ढोकरा (Dokra) कला को ODOP पहल के तहत प्रदर्शित किया जा रहा है।
निवेशकों के लिए क्या पिच है?
- नई औद्योगिक नीति 2024–30 और ईज़-ऑफ-डूइंग-बिज़नेस उपायों (जैसे सिंगल-विंडो 2.0) पर फोकस; लक्ष्य है इलेक्ट्रॉनिक्स/ऑटो कॉम्पोनेन्ट्स, फूड प्रोसेसिंग, और नवीकरणीय ऊर्जा सप्लाई-चेन में पार्टनरशिप बढ़ाना। (नीति/ईज़-ऑफ-डूइंग-बिज़नेस का बैकड्रॉप—आधिकारिक दस्तावेज/हालिया पहल)।
इससे राज्य को क्या लाभ उम्मीद?
- विदेशी पूंजी, टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप और रोज़गार सृजन—खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग, ऑटो पार्ट्स, और एग्री-आधारित फूड प्रोसेसिंग क्लस्टर्स में। (यह सरकार के बताए उद्देश्यों के अनुरूप है; ठोस एमओयू/राशियाँ दौरे के दौरान/बाद घोषित होंगी—अभी तक आधिकारिक तौर पर संख्या/कंपनी-विशेष का विवरण जारी नहीं है।)