🏛️ समारोह का आयोजन और उद्देश्य
मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान समारोह दुर्ग में आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य शिक्षकों का सम्मान करना, उनके योगदान को मान्यता देना और प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने हेतु सकारात्मक प्रेरणा प्रदान करना था। समारोह में शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने मुख्य रूप से शिक्षा क्षेत्र में शिक्षकों की भूमिका, उनके कर्तव्य और जिम्मेदारियों पर बल दिया।

📚 1. शिक्षक का पुण्य कार्य
- शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने कहा:
✔️ “शिक्षकीय ज्ञान प्रदान करना सबसे बड़ा पुण्य कार्य है।”
✔️ भारतीय परंपरा में गुरु को ईश्वर से पहले स्थान दिया गया है।
✔️ शिक्षक का सम्मान ही जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। - शिक्षक केवल शिक्षा देने वाले नहीं, समाज में आदर्श प्रस्तुत करने वाले भी हैं।
- शिक्षकों से आग्रह किया गया कि वे पूर्ण ईमानदारी, अनुशासन और समर्पण के साथ कार्य करें।
- कोताही और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
🏫 2. शिक्षा विभाग में किए गए महत्वपूर्ण कदम
- मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभालते ही 1122 शिक्षकों के पदोन्नति आदेश जारी किए गए।
- सरकारी स्कूल अब शनिवार को भी प्रातः संचालित होंगे।
- प्राचार्य और व्याख्याता पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ पूरी की जाएगी।
🌾 3. ग्रामीण परिवेश का महत्व और शिक्षकों की भूमिका
- श्री यादव ने अपने जीवन का ग्रामीण परिवेश में बीतना बताकर कहा कि उन्हें गांव और बच्चों की जरूरतों को भलीभांति समझने का अनुभव है।
- उन्होंने शिक्षकों से यह भी कहा कि सरकारी स्कूल शिक्षक का कार्य केवल पढ़ाना नहीं, समाज में आदर्श प्रस्तुत करना भी है।
- प्रदेश के शीर्ष अधिकारी व नेता भी सरकारी स्कूलों से निकले हैं, अतः आज के विद्यार्थी भी प्रगति कर सकते हैं।
🎯 4. सांसद श्री विजय बघेल का संदेश
- शिक्षा स्तर को ऊँचा उठाने के लिए गुरुजनों का सम्मान आवश्यक है।
- प्राथमिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया गया, क्योंकि यह मजबूत आधार प्रदान करती है।
🏆 5. सम्मानित शिक्षक-शिक्षिकाएं
मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण योजना के अंतर्गत कुल 15 शिक्षक-शिक्षिकाओं को शिल्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इनमें प्रमुख शिक्षक-शिक्षिकाएं इस प्रकार थीं:
- श्री पुष्पेन्द्र कुमार साहू (दुर्ग)
- श्रीमती विजय लक्ष्मी राव (दुर्ग)
- कु. वर्षा यादव (दुर्ग)
- श्री दीपक कुमार साहू (दुर्ग)
- श्रीमती भानेश्वरी साहू (दुर्ग)
- श्री हिरेन्द्र कुमार मण्डावी (दुर्ग)
- श्री राघवेन्द्र कुमार ध्रुव (दुर्ग)
- श्री कामता प्रसाद धनकर (दुर्ग)
- श्री सुनील कुमार स्वर्णकार (दुर्ग)
- श्री दिलीप कुमार वर्मा (दुर्ग)
- श्री मोहन लाल यादव (दुर्ग)
- श्रीमती शुभ्रा वर्मा (दुर्ग)
- श्री चंद्रिका प्रसाद चंद्रवंशी (कबीरधाम)
- श्री तामसिंह पारकर (बालोद)
👥 6. अन्य प्रमुख उपस्थित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी
- विधायक श्री ललित चंद्राकर
- नगर निगम दुर्ग की महापौर श्रीमती अलका बाघमार
- जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती बंजारे
- जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद मिश्रा
- स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में शिक्षकगण
✅ निष्कर्ष
शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने शिक्षकों की भूमिका को समाज के विकास में महत्वपूर्ण बताया।
मुख्य संदेश थे:
✔️ शिक्षा एक पुण्य कार्य है
✔️ पारदर्शिता के साथ पदोन्नति प्रक्रिया
✔️ प्राथमिक शिक्षा पर विशेष ध्यान
✔️ विद्यालयों में अनुशासन व समर्पण का पालन
✔️ शिक्षकों का आदर्श प्रस्तुत करना आवश्यक
✔️ शिक्षकों का सम्मान समाज के विकास का मूलमंत्र
इस कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षक समुदाय को प्रोत्साहित किया गया ताकि वे प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर सकें।