छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम के बीच हुई एक महत्वपूर्ण मुलाकात से संबंधित है, जिसमें राज्य के आदिवासी समाज के विकास और जनजातीय संस्कृति के संरक्षण पर विस्तृत चर्चा हुई।
यह मुलाकात मुख्यमंत्री निवास कार्यालय, रायपुर में हुई। नीचे पूरी जानकारी विस्तार से दी जा रही है —
🔹 मुलाकात का उद्देश्य
केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य भेंट की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज के सर्वांगीण विकास पर गहन चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय मंत्री का राज्य में स्वागत करते हुए उन्हें बस्तर आर्ट का प्रतीक चिन्ह और पारंपरिक शॉल भेंट किया — यह छत्तीसगढ़ी परंपरा के अनुसार सम्मान का प्रतीक है।

🔹 चर्चा के प्रमुख बिंदु
- जनजातीय संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन:
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति अत्यंत समृद्ध है — इसमें परंपराएँ, लोककला, संगीत, नृत्य, रीति-रिवाज और लोकभाषाएँ शामिल हैं।
सरकार इन सभी के संरक्षण और प्रसार के लिए योजनाबद्ध रूप से कार्य कर रही है। - स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में पहलें:
- मुख्यमंत्री ने बताया कि आदिवासी बहुल अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार, शिक्षा संस्थानों का सुदृढ़ीकरण, और स्थानीय रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
- राज्य सरकार ने जनजातीय युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों और उद्यमिता योजनाओं को बढ़ावा दिया है।
- समग्र विकास पर बल:
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्य केवल आर्थिक उन्नति तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उनका उद्देश्य आदिवासी समाज की सांस्कृतिक पहचान को सुरक्षित रखते हुए आधुनिक विकास से जोड़ना है।
🔹 केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम की प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री साय और राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि —
“छत्तीसगढ़ ने जनजातीय समाज के उत्थान के क्षेत्र में उदाहरण प्रस्तुत किया है। राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति के क्षेत्र में जो कार्य हो रहे हैं, वे अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं।”
ओराम ने केंद्र की ओर से भी राज्य को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया, ताकि जनजातीय विकास योजनाएँ जमीनी स्तर तक प्रभावी ढंग से पहुँच सकें।
🔹 बैठक में मौजूद प्रमुख लोग
इस अवसर पर कई वरिष्ठ नेता और मंत्री भी उपस्थित थे —
- रामविचार नेताम, आदिम जाति विकास मंत्री
- केदार कश्यप, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री
- विधायक किरण देव
- विधायक पुरंदर मिश्रा
इन सभी ने भी जनजातीय क्षेत्रों में चल रही योजनाओं की प्रगति पर अपने विचार साझा किए।
🔹 सारांश
यह बैठक न केवल एक औपचारिक मुलाकात थी, बल्कि राज्य और केंद्र के बीच जनजातीय विकास को लेकर सहयोग और समन्वय बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम भी साबित हुई।
मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासी समुदायों की परंपराओं को संरक्षित करते हुए उन्हें मुख्यधारा के विकास से जोड़ने की दिशा में ठोस कार्य कर रही है, जिसकी केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने खुलकर प्रशंसा की।

