रायपुर।छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान सड़क मरम्मत को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। कांग्रेस विधायक हर्षिता बघेल ने डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र सहित राजनांदगांव और खैरागढ़ जिलों की लोक निर्माण विभाग (PWD) की सड़कों की स्थिति पर सवाल उठाया और सरकार के जवाब पर असंतोष जताया।
🔹 सड़क मरम्मत को लेकर सवाल
विधायक हर्षिता बघेल ने पूछा कि राजनांदगांव और खैरागढ़ जिले में PWD की कितनी सड़कें मरम्मत योग्य हैं और उनमें अब तक क्या प्रगति हुई है।

इसके जवाब में लोक निर्माण विभाग के मंत्री अरुण साव ने सदन को बताया कि—
- कुल 48 सड़कें मरम्मत योग्य चिन्हित की गई हैं।
- इनमें से 39 सड़कों के टेंडर हो चुके हैं।
- 4 सड़कों का कार्य पूर्ण हो चुका है।
- जबकि 5 सड़कों पर कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है।
🔹 कांग्रेस विधायक ने जवाब को बताया गलत
मंत्री के जवाब पर असहमति जताते हुए कांग्रेस विधायक हर्षिता बघेल ने कहा कि 48 सड़कों में से एक भी सड़क पर जमीनी स्तर पर मरम्मत का कार्य नहीं हुआ है, और मंत्री द्वारा दी गई जानकारी वास्तविक स्थिति से मेल नहीं खाती। उन्होंने इसे गलत और भ्रामक जानकारी करार दिया।
🔹 मंत्री का पक्ष और आसंदी का हस्तक्षेप
विवाद बढ़ने पर मंत्री अरुण साव ने स्पष्ट किया कि पूरी जानकारी परिशिष्ट में उपलब्ध कराई गई है, और कार्यों की स्थिति दस्तावेजों के अनुसार बताई गई है।
इस पर विधायक ने फिर से गलत जानकारी देने का आरोप दोहराया। स्थिति को संभालते हुए आसंदी ने हस्तक्षेप किया और कहा कि मंत्री द्वारा सदन को पूरी जानकारी दी जा रही है, इसलिए प्रश्नकाल की कार्यवाही आगे बढ़ाई जाए।
🔹 सदन में गरमाया माहौल
सड़क मरम्मत जैसे जनहित से जुड़े मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई, जिससे कुछ समय के लिए सदन का माहौल गर्म हो गया। यह मुद्दा आने वाले दिनों में भी सदन में चर्चा का विषय बना रह सकता है।

