खैरागढ़। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले बैगा आदिवासी समाज को लेकर केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री जन मन योजना संचालित की जा रही है. इसी क्रम में खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में भी बैगा आदिवासियों के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है.
जिले के छुईखदान विकासखंड में 17 ग्राम पंचायतों में कुल 1,348 बैगा आदिवासी परिवार निवास करते हैं. इनके उत्थान के लिए खैरागढ़ जिला प्रशासन लगातार नवाचार करने में लगा हुआ है. ऐसे ही वनांचल ग्राम पंचायत सिंगारपुर के आश्रित ग्राम तुमड़ादाह में निवासरत 119 परिवारों के बच्चों की शिक्षा के लिए जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की ओर से संयुक्त रूप से प्रयास कर गांव में ही प्राथमिक स्कूल की शुरुआत की गई है.
जिले के छुईखदान विकासखंड में 17 ग्राम पंचायतों में कुल 1,348 बैगा आदिवासी परिवार निवास करते हैं. इनके उत्थान के लिए खैरागढ़ जिला प्रशासन लगातार नवाचार करने में लगा हुआ है. ऐसे ही वनांचल ग्राम पंचायत सिंगारपुर के आश्रित ग्राम तुमड़ादाह में निवासरत 119 परिवारों के बच्चों की शिक्षा के लिए जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की ओर से संयुक्त रूप से प्रयास कर गांव में ही प्राथमिक स्कूल की शुरुआत की गई है.
वहीं, जिला प्रशासन की ओर से भी प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान के तहत संचालित पीएम जनमन योजना के धरातल पर क्रियान्वयन को लेकर लगातार सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक ली जा रही है, जिसके फल स्वरूप ही छुईखदान ब्लॉक के ग्राम सिंगारपुर के आश्रित ग्राम तुमड़ादाह में अब शिक्षा को लेकर प्राथमिक स्कूल खोला गया है.
नव गठित जिला खैरागढ़ के वनांचल क्षेत्रों में अब केंद्र की ओर से संचालित पीएम जनमन योजना से मूलभूत सुविधाओं और विकास कार्यों के पहुंचने की शुरुआत इस प्राथमिक स्कूल के संचालन के बाद बैगा आदिवासी समाज के बीच जागती नजर आ रही है. मगर दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में निवासरत बैगा आदिवासी समाज कब तक मुख्य धारा से जुड़ पाएगा, यह देखने वाली बात होगी.