📍 स्थान: रायपुर/भिलाई, छत्तीसगढ़ & अंबेडकर नगर, उत्तर प्रदेश
📆 समय: सितंबर 2025
👥 मुख्य पात्र
- शुभम साव (27 वर्ष)
- विष्णु कुमार साव (31 वर्ष)
🔸 दोनों भाई सुभाष चौक, दुर्ग में अंडा रोल का ठेला लगाते थे।

⚡ घटना का संक्षिप्त परिचय
🔹 उत्तर प्रदेश की अंबेडकर नगर पुलिस ने धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया था।
🔹 आरोपियों ने विदेशों में नौकरी का झांसा देकर लगभग 30 से 40 बेरोजगारों से कुल ₹80,00,000 ठग लिए।
🔹 यह राशि उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की गई।
🏃♂️ अनोखा मोड़
✔️ यूपी पुलिस ने दोनों भाइयों को गुरुवार रात 8 बजे सुभाष चौक से उठाकर ले गई।
✔️ बिना छावनी थाना पुलिस को सूचना दिए।
✔️ इस दौरान दुर्ग में अफवाह फैल गई कि दोनों का अपहरण हुआ है।
✔️ छावनी थाना ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश शुरू की।
✔️ शुक्रवार शाम यूपी पुलिस ने परिजनों व छावनी पुलिस को सूचना दी, जिससे मामला खुला।
📋 धोखाधड़ी की पद्धति
- 🛂 लोगों को विदेशों में नौकरी दिलवाने का झांसा।
- 📝 वीजा और पासपोर्ट बनाने का प्रलोभन दिया गया।
- 💸 एवज में कुल ₹80 लाख की रकम ली गई।
- 🏦 उक्त राशि दोनों भाइयों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर।
- ❌ नतीजा: यूपी पुलिस ने पहले से दो आरोपियों को पकड़ लिया था।
🚔 पुलिस की कार्यवाही
🔸 छावनी थाना ने FIR दर्ज की (धारा 140(3)-BNS, 3(5)-BNS के तहत)।
🔸 अज्ञात आरोपियों की खोजबीन।
🔸 यूपी पुलिस से सहयोग प्राप्त कर मामला पटाक्षेप हुआ।
⚠️ प्रभाव व सामाजिक स्थिति
✔️ शहर में अफवाह के चलते हड़कंप मच गया।
✔️ लोगों में भय, अविश्वास और आशंका की स्थिति बनी।
✔️ बेरोजगारों में आक्रोश और चिंता का माहौल।
✅ निष्कर्ष
• यह मामला सिर्फ ठगी नहीं, बल्कि प्रशासनिक संचार व्यवस्था में गंभीर खामी को भी उजागर करता है।
• ऐसे फ्रॉड की जांच व कड़ी कार्रवाई के लिए सिस्टम को और पारदर्शी बनाना आवश्यक।
• सामाजिक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता।
• भविष्य में ऐसे मामलों की रोकथाम हेतु सूचना तंत्र को मजबूत किया जाना चाहिए।