उप मुख्यमंत्री द्वय
▶️ श्री अरुण साव (उप मुख्यमंत्री व खेल एवं युवा कल्याण मंत्री)
▶️ श्री विजय शर्मा (उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री)
ने नवा रायपुर स्थित निवास कार्यालय में बस्तर ओलंपिक की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में खेल और युवा कल्याण विभाग के प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित थे:
- सचिव श्री यशवंत कुमार
 - संयुक्त सचिव श्री सुखनाथ अहिरवार
 - संचालक श्रीमती तनूजा सलाम
 

🎯 बैठक का उद्देश्य
मुख्य उद्देश्य:
✅ बस्तर ओलंपिक की रूपरेखा तैयार करना
✅ व्यवस्थागत तैयारियों की गहन समीक्षा
✅ सफल आयोजन के लिए समन्वित कार्ययोजना बनाना
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने विशेष रूप से यह स्पष्ट किया कि:
- बस्तर ओलंपिक केवल खेल आयोजन नहीं, बल्कि युवाओं के सशक्तीकरण और नेतृत्व विकास की पहल है।
 - उद्देश्य है: भयमुक्त, सकारात्मक वातावरण बनाकर युवाओं को खेल और उत्सव से जोड़ना।
 - आयोजन का ध्येय वाक्य:
“करसाय ता बस्तर बरसाय ता बस्तर”
(अर्थ: खेलेगा बस्तर, जीतेगा बस्तर) 

👥 सक्रिय भागीदारी का आह्वान
- पिछले वर्ष के विजेता यूथ आइकॉन खिलाड़ियों को प्रेरक बना कर
 - खेल अधिकारियों, पंचायत सचिवों, ‘बिहान’ महिलाओं और खेल संघों को आयोजन से जोड़ने का निर्देश दिया गया।
 - श्री विजय शर्मा ने सभी विभागों को यह निर्देश दिया कि वे अपनी-अपनी जिम्मेदारियां पूरी ईमानदारी से निभाएं।
 - बस्तर के अधिक से अधिक खिलाड़ी इसमें भाग लें ताकि उनका आत्मविश्वास बढ़े और सकारात्मक वातावरण बन सके।
 - आयोजन का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया।
 
📅 आयोजन की रूपरेखा
🗓️ आयोजन काल:
- अक्टूबर से नवम्बर तक लगभग डेढ़ महीने तक चलेगा।
 
🏆 आयोजन का स्तर:
- विकासखंड स्तर
 - जिला स्तर
 - संभाग स्तर
 
🎯 कुल खिलाड़ी:
- 40,000 से अधिक खिलाड़ी
 - सातों बस्तर जिलों और 32 विकासखंडों से भागीदारी होगी।
 
🏅 स्पर्धाओं की श्रेणियाँ और वर्गीकरण
- जूनियर वर्ग (बालक एवं बालिकाएँ)
 - सीनियर वर्ग (महिला और पुरुष)
 - विशेष श्रेणी:
▶️ नक्सल हिंसा के दिव्यांग
▶️ आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए विशेष प्रतियोगिताएं (पुरुष/महिला) 
⚽ 11 खेल स्पर्धाएं:
- एथलेटिक्स
 - तीरंदाजी
 - बैडमिंटन
 - फुटबॉल
 - हॉकी
 - वेटलिफ्टिंग
 - कराटे
 - कबड्डी
 - खो-खो
 - वॉलीबॉल
 - रस्साखींच
 
👉 सभी खेल बस्तर के स्थानीय खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभा प्रदर्शन हेतु आयोजित किए जाएंगे।
📊 विशेष पहल और उद्देश्य
- बस्तर ओलंपिक का उद्देश्य केवल खेल आयोजन नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को जोड़ना है।
 - नक्सल हिंसा के प्रभावित व्यक्तियों को भी इस आयोजन में शामिल करके सकारात्मक समाज निर्माण की दिशा में कदम उठाया जा रहा है।
 - यह आयोजन बस्तर क्षेत्र में खेल संस्कृति के विस्तार, समाजिक समरसता व युवा सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
 
✅ निष्कर्ष
‘करसाय ता बस्तर बरसाय ता बस्तर’ संकल्प को मूर्त रूप देने के लिए उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और श्री विजय शर्मा ने व्यापक स्तर पर कार्ययोजना बनाकर सभी संबंधित विभागों, अधिकारियों, संस्थाओं को सक्रिय रूप से जोड़ने के निर्देश दिए।
बस्तर ओलंपिक के सफल आयोजन से:
✔️ युवा नेतृत्व को प्रोत्साहित किया जाएगा
✔️ खेल प्रतिभाओं को सामने लाया जाएगा
✔️ सामाजिक समरसता और सकारात्मक वातावरण सुनिश्चित होगा
✔️ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में परिवर्तन की सकारात्मक पहल होगी
		
