अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर परिसर की सुरक्षा में एक अजीबोगरीब और चिंताजनक मामला सामने आया है। सोमवार को एक व्यक्ति, जो चश्मे में छिपे कैमरे के साथ आया था, सुरक्षा जांच बिंदुओं को पार करते हुए मंदिर के मुख्य गेट तक पहुंच गया। इस घटना ने मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
जब आरोपी मंदिर के अंदर चश्मे में लगे कैमरे से गुप्त रूप से फोटो खींच रहा था, तब एक सतर्क सुरक्षा गार्ड ने उसके चश्मे में अचानक आई चमक को नोटिस किया। गार्ड की तत्परता से व्यक्ति को तुरंत हिरासत में ले लिया गया।
आरोपी की पहचान जानी जयकुमार के रूप में हुई है, जो गुजरात के वडोदरा का निवासी है। शुरुआती जांच में उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं पाया गया है।
परिवार के साथ आया था दर्शन के लिए
जानी जयकुमार अपनी पत्नी के साथ राम लला के दर्शन करने के लिए अयोध्या आया था। दोनों ने सिंहद्वार से मंदिर में प्रवेश किया और चश्मे में लगे कैमरे का इस्तेमाल कर फोटो खींचने लगे। चश्मे की कीमत लगभग 50,000 रुपये बताई जा रही है, जो विशेष रूप से गुप्त फोटोग्राफी के लिए डिजाइन किया गया था।
पुलिस ने की पूछताछ
एसपी सुरक्षा बलरामचरी दुबे ने बताया कि युवक ने मंदिर परिसर में प्रवेश के दौरान किसी प्रकार की अनुचित हरकत नहीं की, सिवाय इसके कि वह गुप्त रूप से फोटो खींच रहा था। पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हुआ कि उसका उद्देश्य आपराधिक नहीं था। इसके बाद उसे छोड़ दिया गया।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने राम जन्मभूमि मंदिर की सुरक्षा पर गंभीर चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं। मंदिर परिसर में हाई-टेक उपकरणों के जरिए इस तरह की घुसपैठ सुरक्षा प्रणाली की कमजोरियों को उजागर करती है। मामले की गहन जांच के लिए सुरक्षा एजेंसियां जुट गई हैं।
भविष्य के लिए सख्ती की तैयारी
घटना के बाद मंदिर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां अतिरिक्त सतर्क हो गई हैं। अब यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। सुरक्षा गार्ड्स को और अधिक आधुनिक उपकरणों और प्रशिक्षण से लैस किया जाएगा।
यह घटना न केवल मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए एक चेतावनी है, बल्कि तकनीकी उपकरणों के दुरुपयोग के खतरों की भी याद दिलाती है।