बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गुरुर नगर में कांग्रेस विधायक के पति पूर्व विधायक और उनके सहयोगियों के खिलाफ एक आदिवासी पत्रकार के अपहरण और मारपीट का मामला सामने आया है. पीड़ित ने अपहरण कर विधायक कार्यालय ले जाने और जातिगत गालियां देकर बुरी तरह से पिटाई का आरोप लगाते हुए पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. यह मामला गुरुर थाना क्षेत्र का है.
संजारी बालोद कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा के पति की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. पहले भाजपा महिला पार्षद की शिकायत पर गुरुर नगर की आठ लोगों के साथ पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा के खिलाफ दर्ज धारा 333, 296, 115 (2), 351(2), 191(2), 3(5) बी.एन.एस. के तहत दर्ज मामला शांत भी नहीं हुआ था. अब एक पत्रकार की रिपोर्ट पर गुरुर पुलिस ने भैय्याराम सिन्हा सहित पांच लोगों पर धारा 191(2), 296, 115(2), 351(2)(3), 140(3) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है.
घटना की शुरुआत 12 जुलाई को होती है, जब गुरुर नगर में प्रशासन ने 43 निर्माणाधीन व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स को अवैध करार देते हुए बुलडोजर से तोड़ने की कार्रवाई शुरू की. इस दौरान कांग्रेस की विधायिका संगीता सिन्हा, उनके पति पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा और स्थानीय व्यापारी इस कार्रवाई का विरोध करने पहुंचे. यह मामला तनावपूर्ण हो गया, जब कुछ महिलाएं भाजपा महिला पार्षद कुंती सिन्हा के घर पहुंचकर उनके साथ मारपीट करने लगीं. इस घटना के बाद कुंती सिन्हा ने गुरुर थाने में चार नामजद और अन्य लोगों के खिलाफ मामले की शिकायत दर्ज कराई
इस मामले की खबर शेयर करने पर स्थानीय पत्रकार विनोद नेताम का अपहरण किया गया और उनकी पिटाई की गई. पीड़ित विनोद नेताम ने बताया कि पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा के लोग गुरुर नगर के होटल में जबरदस्ती कार में डालकर विधायक कार्यालय लेकर गए, जहां पहले से मौजूद पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा सहित उनके लोगों द्वारा मारपीट जातिगत गाली और जान से मारने की धमकी दी. जिसके बाद पीड़ित पत्रकार ने गुरुर थाना पहुंचकर मामले की लिखित शिकायत दी है.