टेक्नोलॉजी l फेडरल जज ने DOJ द्वारा दायर Apple के खिलाफ एंटीट्रस्ट मुक़दमे को खारिज करने की अपील खारिज कर दी — अब यह मुक़दमा आगे जाएगा, जिसमें बीसों डिवाइस निर्माता और डेवलपर्स को प्रभावित करने वाले Apple के App Store नियमों पर सवाल उठाया जाएगा ।
Apple एक बार फिर अमेरिका की न्यायिक प्रणाली के केंद्र में है, क्योंकि अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) द्वारा उस पर दायर किया गया एंटीट्रस्ट (प्रतिस्पर्धा-विरोधी) मुक़दमा अब आगे बढ़ेगा। 30 जून 2025 को एक फेडरल जज ने Apple की उस अपील को खारिज कर दिया, जिसमें मुक़दमे को रद्द करने की मांग की गई थी।

⚖️ मामला क्या है?
DOJ और 16 अमेरिकी राज्यों ने मार्च 2024 में Apple पर मुक़दमा दायर किया था, जिसमें आरोप लगाया गया कि:
“Apple ने iPhone और iOS इकोसिस्टम में अपनी मोबाइल तकनीक पर एकाधिकार कायम रखा है, जिससे प्रतियोगी कंपनियों और ऐप डेवलपर्स को अनुचित नुकसान पहुँचाया गया है।”
🔍 DOJ के मुख्य आरोप
विषय | विवरण |
---|---|
📲 App Store नियंत्रण | Apple के App Store में केवल उन्हीं ऐप्स को अनुमति मिलती है, जो 30% तक का कमीशन चुकाते हैं |
🔐 सिस्टम लॉकइन | Apple उपयोगकर्ताओं को iMessage, Apple Watch, AirDrop जैसे फ़ीचर्स के ज़रिए अपने इकोसिस्टम में बंद कर देता है |
🛠️ वेब ऐप्स और ब्राउज़र बाधाएँ | Safari को प्राथमिकता देने के लिए Apple अन्य ब्राउज़रों की क्षमताएँ सीमित करता है |
📱 Cloud Gaming, NFC Access | तीसरे पक्ष के Cloud Gaming और NFC आधारित पेमेंट ऐप्स को पूरी पहुंच नहीं मिलती |
🤖 Cross-platform interoperability | Android के साथ सीमित संगतता जानबूझकर बनाए रखी जाती है |
🧑⚖️ जज का फैसला:
“DOJ के दावों में वास्तविक प्रतिस्पर्धा हानि के पर्याप्त संकेत हैं… यह मुक़दमा न्यायिक सुनवाई के योग्य है।”
— जज जॉन पी. कैनेडी, US District Court, New Jersey
यह निर्णय Apple की कोशिश को झटका देता है, जो मुक़दमे को पूर्व-प्रारंभिक चरण में ही रद्द करवाना चाहती थी।
📈 किन कंपनियों को असर पड़ेगा?
वर्ग | प्रभावित कंपनियाँ |
---|---|
🔧 ऐप डेवलपर्स | Spotify, Epic Games, Telegram, Netflix, ProtonMail |
🛒 पेमेंट प्रोसेसिंग | Stripe, PayPal, Amazon Pay |
🧭 वेब ब्राउज़र्स | Mozilla (Firefox), DuckDuckGo |
🕹️ गेमिंग | Microsoft (xCloud), Nvidia (GeForce NOW) |
📟 हार्डवेयर | Samsung, Garmin, Google (Pixel Watch) |
🌍 अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव
- 🇪🇺 EU में DMA (Digital Markets Act) के तहत Apple पहले से ही जांच में है
- 🇯🇵 जापान और 🇰🇷 दक्षिण कोरिया ने भी Apple और Google दोनों के App Store नियमों पर कार्रवाई की है
- 🇮🇳 भारत में CCI (भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग) ने 2023 में Apple से जवाब मांगा था
🧠 Apple का पक्ष:
Apple ने तर्क दिया:
- “हमने नवाचार किया है और उपयोगकर्ता गोपनीयता की रक्षा की है।”
- “हमारे इकोसिस्टम का नियंत्रण सुरक्षा और बेहतर अनुभव सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।”
- DOJ का मुक़दमा अनुचित और बाजार की वास्तविकताओं से दूर है
🕰️ आगे की प्रक्रिया क्या होगी?
चरण | समयसीमा |
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📚 प्री-ट्रायल दस्तावेज़ी प्रक्रिया | जुलाई–अक्टूबर 2025 |
👩⚖️ मुख्य सुनवाई की शुरुआत | नवंबर–दिसंबर 2025 |
🧾 संभावित आदेश / सेटलमेंट | 2026 की शुरुआत तक |
🔎 विश्लेषण: यह क्यों अहम है?
- यह मुक़दमा Apple की नीति और लाभ मॉडल को सीधे चुनौती देता है
- अगर DOJ मुक़दमा जीतता है, तो App Store में खुलापन, डेवलपर को अधिक स्वतंत्रता, और iPhone में विकल्प आने की संभावना
- यह Google और Meta जैसी कंपनियों के लिए भी कानूनी मिसाल बन सकता है
✅ निष्कर्ष:
यह मुक़दमा केवल Apple के खिलाफ नहीं है — यह पूरे बिग टेक ढांचे पर सवाल है:
क्या एक कंपनी अपने इकोसिस्टम को इतना नियंत्रित कर सकती है कि प्रतियोगिता दम घुटने लगे?
DOJ बनाम Apple मुकदमा आने वाले वर्षों में तकनीकी बाज़ार और उपभोक्ताओं की आज़ादी दोनों को प्रभावित कर सकता है।