7 जुलाई 2025, जब Sensex और Nifty में हल्की गिरावट दर्ज हुई, उस समय कुछ सेक्टरों ने अपेक्षाकृत ज़्यादा दबाव झेला — ख़ासकर IT (सूचना प्रौद्योगिकी), मीडिया, और मेटल इंडेक्स में।

1. IT (Information Technology) सेक्टर ⬇️
📉 आज की गिरावट:
- Nifty IT Index में लगभग 1.1% की गिरावट।
🔹 गिरावट के प्रमुख कारण:
- अमेरिका में संभावित टैरिफ और H-1B वीज़ा सख्ती की चिंता।
- डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती, जिससे IT कंपनियों की मार्जिन पर असर पड़ा।
- आगामी Q1 नतीजों को लेकर निवेशकों में सतर्कता — खासकर मिड-कैप IT फर्मों में।
📉 टॉप लूज़र्स:
शेयर | गिरावट |
---|---|
Tech Mahindra | -2.1% |
HCL Tech | -1.6% |
Infosys | -1.3% |
TCS | -0.9% |
✳️ आईटी सेक्टर में ये गिरावट वॉल्यूम के साथ आई, जो यह दर्शाती है कि निवेशक प्रॉफिट बुकिंग की ओर बढ़े हैं।
📺 2. मीडिया सेक्टर ⬇️
📉 आज की गिरावट:
- Nifty Media Index में करीब 1.3% की गिरावट।
🔹 प्रमुख कारण:
- विज्ञापन खर्च में कटौती की आशंका, विशेष रूप से FMCG और टेलीकॉम ब्रांड्स द्वारा।
- Zee–Sony Merger की स्थिति अब भी स्पष्ट नहीं — निवेशक परेशान।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ओर झुकाव बढ़ने से पारंपरिक मीडिया का दबाव।
📉 टॉप लूज़र्स:
शेयर | गिरावट |
---|---|
Zee Entertainment | -2.8% |
Sun TV | -1.7% |
TV18 Broadcast | -1.2% |
✳️ ब्रॉडकास्ट और सिनेमा हॉल आधारित कंपनियों पर OTT के प्रतिस्पर्धात्मक दबाव की आशंका बनी हुई है।
⚙️ 3. मेटल सेक्टर ⬇️
📉 आज की गिरावट:
- Nifty Metal Index में करीब 1.5% की गिरावट।
🔹 गिरावट के कारण:
- चीन से कमजोर मांग डेटा जारी हुआ — जिससे मेटल एक्सपोर्ट की उम्मीद कम हुई।
- कोयला और लौह अयस्क की कीमतों में उतार-चढ़ाव।
- डॉलर की मज़बूती से कमोडिटी की कीमतें प्रभावित।
📉 टॉप लूज़र्स:
शेयर | गिरावट |
---|---|
JSW Steel | -1.9% |
Tata Steel | -1.5% |
Hindalco | -1.2% |
Vedanta | -1.0% |
✳️ इस गिरावट को चीन की औद्योगिक मांग के धीमे संकेत, और कमोडिटी बाजार की दिशा ने और बढ़ाया।
📊 सारांश: कौन सेक्टर क्यों गिरा?
सेक्टर | गिरावट का कारण |
---|---|
IT | डॉलर-रुपया असंतुलन, H-1B चिंताएं, रिजल्ट्स की अनिश्चितता |
मीडिया | विज्ञापन घटने की आशंका, OTT का दबाव |
मेटल | ग्लोबल डिमांड में कमी, कमोडिटी अस्थिरता |
🔍 क्या करना चाहिए निवेशक को?
- IT सेक्टर में लार्ज कैप कंपनियों (जैसे TCS, Infosys) पर नज़र रखें — गिरावट में खरीद का मौका हो सकता है।
- मीडिया सेक्टर में लॉन्ग टर्म निवेश से बचें, जब तक विज्ञापन/रेवेन्यू ग्रोथ के साफ संकेत न मिलें।
- मेटल सेक्टर कमोडिटी-चक्र आधारित है—शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में ही अवसर हैं।