अंकित सोनी@सूरजपुर। पूरे छत्तीसगढ़ में आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होने को हैं। ऐसे में जहां-जहां सुविधाओं का अभाव है,, अब वहां के रहवासी शासन – प्रशासन के नजर अंदाजी से परेशान होकर चुनाव बहिष्कार की बात करते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ सूरजपुर संयुक्त कार्यालय में भी आज देखने को मिला।
जहां बिश्रामपुर के कांग्रेस समर्थित पार्षदों के साथ बड़ी संख्या में रहवासियों ने सँयुक्त कार्यालय पहुँच जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। दरअसल यह पूरा मामला बिश्रामपुर एसईसीएल से जुड़ा हुआ है। जहाँ के रहवासियों का आरोप है कि उस पूरे क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल की जगह एसईसीएल विद्युत पोल लगाकर बिजली सप्लाई करता है, लेकिन उनके घरों में बिजली नहीं देता। जिसकी वजह से उनको बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है।
वह चाहकर भी एसईसीएल की क्रियाकलाप के कारण छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल से भी बिजली नहीं ले पा रहे हैं, क्योंकि वहां पर इसकी कोई व्यवस्था ही नहीं है। जबकि गाइडलाइन के अनुसार मूलभूत सुविधाएं एसईसीएल को वहाँ के निवासियों को उपलब्ध कराना अनिवार्य होता है मगर बीते 30 वर्षों से आज भी बिश्रामपुर के रहवासी मूलभूत सुविधाओं के लिए दो चार हो रहे हैं और इन लोगों की सुध ना ही आज तक शासन ने ली है और ना ही प्रशासन ने। जिससे परेशान होकर आज बड़ी संख्या में पार्षद और बिश्रामपुरवासी सँयुक्त कार्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल से मिले और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।
वही उन्होंने अल्टीमेटम जारी करते हुए कहा कि अगर समय रहते उनकी मांग पर शासन प्रशासन विचार नहीं करता है तो नगर पंचायत के अंतर्गत रहने वाले 500 परिवार आगामी विधानसभा के चुनाव का बहिष्कार करेंगे। अब देखने वाली बात होगी कि 30 वर्षों से लंबित मूलभूत सुविधाओं की यह मांग चुनाव बहिष्कार की बात सामने आने के बाद कितनी जल्दी शासन प्रशासन स्तर पर पूरी हो पाती है ।