- Maruti Suzuki ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार e-Vitara के अप्रैल–सितंबर 2025 के उत्पादन लक्ष्य को 26,500 से घटाकर 8,200 यूनिट कर दिया है।
- यह कदम चीन से रियर अर्थ मैटेरियल्स की सप्लाई में बाधा के कारण उठाया गया है।
- Maruti ने वादा किया है कि उत्पादन दूसरी छमाही में बढ़त करके वार्षिक लक्ष्य 67,000 EV बनाएगा, हालांकि प्रतिस्पर्धा तेज है

- भारत में Maruti Suzuki की पहली इलेक्ट्रिक कार e‑Vitara के उत्पादन (अप्रैल–सितंबर 2025) को 26,500 यूनिट्स से घटाकर 8,200 यूनिट्स कर दिया गया है, जो लगभग 69% कमी दर्शाता है । यह परिवर्तन सीधे चीन की रेयर अर्थ मैटेरियल्स (जैसे मैग्नेट्स) की निर्यात सीमाओं के कारण हुआ, जो EV के मोटर में उपयोग होते हैं ।
🔍 क्यों हुआ उत्पादन में कटौती?
चीन के निर्यात प्रतिबंध (अप्रैल 2025 से लागू) ने rare-earth मैग्नेट्स की सप्लाई को प्रभावित किया, जो EV मोटर के निर्माण में अहम हैं ।
जबकि अमेरिका, यूरोप और जापान की कंपनियों ने लाइसेंस प्राप्त किए, भारत को अभी अनुमति नहीं मिली—जिससे आपूर्ति में बाधा आई।
📊 नया उत्पादन प्लान (FY26 H1 vs H2)
H1 2025–26: केवल 8,200 यूनिट्स (26,500 की बजाय)
H2 2025–26: उत्पादन को 58,728 यूनिट्स तक बढ़ाया जाएगा, प्रतिदिन लगभग 440 EVs बनाए जाने का लक्ष्य — यह H1 के लक्ष्य से बढ़ाकर रखा गया है
वर्षीय लक्ष्य: 67,000 EVs (e‑Vitara समेत अन्य मॉडल) बनाए रखना जारी रहेगा ।
🌐 प्रभाव और चुनौतियाँ
मीलेस्टोन ब्रेक?
H1 में कटौती के बावजूद, Maruti का कहना है कि लॉन्च शेड्यूल प्रभावित नहीं हुआ ।
लेकिन बुकिंग देरी और उपलब्धता की चिंता को अनदेखा नहीं किया जा सकता — इससे प्रतिस्पर्धा में पीछे रहना संभव है ।
प्रतिस्पर्धी माहौल:
Tata Motors और Mahindra MV ने पहले से ही EV मार्केट में मजबूत दस्तक दी है।
Tesla की संभावित भारत एंट्री, Maruti के लिए अतिरिक्त दबाव पैदा करेगी ।
🇮🇳 राष्ट्रीय नीति और दीर्घकालीन योजना
सरकार की प्रतिक्रिया:
द्विपक्षीय संवाद के ज़रिये rare‑earth सप्लाई बेचीनी को स्थिर करने की पहल शुरू; India–China स्तर पर वार्ता चल रही है ।
साथ ही, भारत अपनी घरेलू rare‑earth खान और मैग्नेट उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए आंतरिक योजनाएँ बना रहा है ।
लंबी अवधि की तैयारी:
अन्य देश (USA, EU, Japan) लाइसेंस के ज़रिये आपूर्ति तुरंत बहाल कर पा रहे हैं; भारत के लिए यह प्रक्रिया लंबी होने की संभावना।
घरेलू क्षमता निर्माण में कमी — rare-earth मैग्नेट्स का स्थानीय उत्पादन शुरू होने में वर्षों लग सकते हैं ।
✅ संक्षेप
कटौती: H1 में e‑Vitara का उत्पादन घटकर 8,200 यूनिट्स हुआ (~69% कम)।
पूर्ण वर्ष लक्ष्य: 67,000 ईवी — H2 में 58,728 यूनिट्स से लक्ष्य पूरा किया जाएगा।
कारण: चीन के rare-earth मैग्नेट निर्यात प्रतिबंध और आपूर्ति बाधा।
प्रतिक्रिया: सरकार-स्तरीय वार्ता और घरेलू आपूर्ति श्रृंखला मजबूत करने की योजना।
चुनौती: प्रतिस्पर्धा तेज—Tata, Mahindra व Tesla आगामी दबाव।