मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा फरसाबहार क्षेत्र के लिए दी गई बड़ी सौगात – ईब नदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण की विस्तारपूर्वक जानकारी दी जा रही है:
🏗️ नई सौगात – उच्च स्तरीय पुल निर्माण
📍 स्थान: ईब नदी पर, धौरासांड से दाईजबहार मार्ग, जशपुर जिला, छत्तीसगढ़
💰 कुल लागत: ₹9 करोड़ 18 लाख
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने फरसाबहार क्षेत्र की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करते हुए ईब नदी पर उच्च स्तरीय पुल और पहुंच मार्ग के निर्माण के लिए प्रशासकीय मंजूरी प्रदान की।
➡️ यह परियोजना क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक उन्नति के लिए विशेष महत्व की है।

🎯 परियोजना का उद्देश्य
✔️ फरसाबहार क्षेत्र के ग्रामीणों को बेहतर संपर्क सुविधा प्रदान करना।
✔️ कठिन परिवहन व्यवस्था के चलते क्षेत्र में जनजीवन में सुधार लाना।
✔️ क्षेत्रवासियों को दूरस्थ स्थानों तक सुरक्षित और सुविधाजनक आवागमन उपलब्ध कराना।
✔️ बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा करके स्थानीय विकास को गति देना।
🚀 निर्माण प्रक्रिया
📝 प्रशासन ने निर्माण कार्य के लिए आवश्यक मंजूरी प्रदान कर दी है।
🔧 निविदा प्रक्रिया पूर्ण होते ही निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारंभ होगा।
🏗️ यह उच्च स्तरीय पुल आधुनिक तकनीक और टिकाऊ निर्माण सामग्री से निर्मित होगा।
👥 लाभार्थी वर्ग
➡️ क्षेत्र के हजारों ग्रामीण इस परियोजना से सीधा लाभ प्राप्त करेंगे।
➡️ कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं तथा अन्य आवश्यक सुविधाओं तक पहुंच में आसानी होगी।
➡️ क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में योगदान।
🌱 मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा:
“प्रदेश में विकास कार्यों को नई गति देने का हमारा लक्ष्य है। फरसाबहार क्षेत्र की यह लंबे समय से प्रतीक्षित मांग अब पूरी हो रही है। इस पुल से स्थानीय जनता का जीवन सुगम और सुरक्षित बनेगा। हमारी सरकार हर नागरिक तक विकास की छवि पहुँचाने में कटिबद्ध है।”
👉 सारांश में:
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने फरसाबहार क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक सौगात दी है। उन्होंने धौरासांड से दाईजबहार मार्ग पर ईब नदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण के लिए ₹9 करोड़ 18 लाख की प्रशासकीय मंजूरी दी। यह परियोजना क्षेत्रवासियों की लंबे समय से चली आ रही कठिनाइयों को समाप्त करने और विकास की नई गाथा लिखने का मार्ग प्रशस्त करेगी। परियोजना के पूरा होते ही क्षेत्र के हजारों ग्रामीणों को स्थायी रूप से बेहतर आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और अन्य जरूरी सुविधाओं तक आसान पहुंच संभव होगी। यह पुल स्थानीय विकास के लिए वरदान साबित होगा।