यह समाचार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के 17 अक्टूबर 2025 के बस्तर और कांकेर जिलों के महत्वपूर्ण दौरे से संबंधित है।
यह दौरा प्रशासनिक, सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री बस्तर में नक्सल उन्मूलन और आत्मसमर्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे, वहीं कांकेर में “सर्व पिछड़ा वर्ग समाज” के स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे।

आइए पूरा विवरण विस्तार से देखें —
🔶 मुख्यमंत्री का पूरा कार्यक्रम (17 अक्टूबर 2025)
| समय | स्थान | गतिविधि |
|---|---|---|
| सुबह 9:50 बजे | मुख्यमंत्री निवास, रायपुर | मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का बस्तर-कांकेर दौरे के लिए प्रस्थान |
| सुबह 10:15 बजे | रायपुर एयरपोर्ट | स्टेट प्लेन से जगदलपुर के लिए रवाना |
| सुबह 10:55 बजे | मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट, जगदलपुर | बस्तर आगमन |
| सुबह 11:00 बजे – दोपहर 1:30 बजे तक | जगदलपुर | प्रेस वार्ता, आत्मसमर्पण समारोह एवं अन्य प्रशासनिक कार्यक्रमों में सहभागिता |
| दोपहर 1:35 बजे | जगदलपुर | कांकेर जिले के लिए प्रस्थान |
| दोपहर 2:20 बजे | फॉरेस्ट ग्राउंड हेलीपैड, भानुप्रतापपुर (कांकेर) | हेलीकॉप्टर से आगमन |
| दोपहर 2:25 बजे – 3:25 बजे तक | हाई स्कूल मैदान, भानुप्रतापपुर | “13वां स्थापना दिवस – सर्व पिछड़ा वर्ग समाज छत्तीसगढ़” कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल |
| शाम 3:30 बजे | भानुप्रतापपुर | रायपुर के लिए प्रस्थान |
| शाम 4:20 बजे | मुख्यमंत्री निवास, रायपुर | दौरे का समापन |
🔶 दौरे का उद्देश्य और महत्व
🌿 1. बस्तर दौरा – शांति और आत्मसमर्पण पर केंद्रित
- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बस्तर के रिज़र्व पुलिस लाइन, जगदलपुर में आयोजित 200 माओवादी कैडरों के आत्मसमर्पण समारोह में शामिल होंगे।
- यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन की दिशा में ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
- मुख्यमंत्री यहां प्रेस वार्ता भी करेंगे, जिसमें सरकार की पुनर्वास नीति, विकास कार्यों और सुरक्षा रणनीति पर चर्चा होगी।
👉 महत्व:
यह दौरा सरकार की “शांति, विश्वास और विकास” नीति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री स्वयं बस्तर में उपस्थित रहकर इस घटना को एक राज्य-स्तरीय माइलस्टोन के रूप में पेश करेंगे।
🧑🤝🧑 2. कांकेर दौरा – सामाजिक समरसता पर केंद्रित
- मुख्यमंत्री का दूसरा पड़ाव होगा भानुप्रतापपुर (जिला कांकेर), जहां वे “सर्व पिछड़ा वर्ग समाज छत्तीसगढ़” के 13वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
- यह आयोजन सामाजिक न्याय, समावेशिता और पिछड़े वर्गों के उत्थान को समर्पित है।
👉 मुख्य आकर्षण:
- समाज के प्रतिनिधियों का सम्मान समारोह
- पिछड़ा वर्ग के लिए सरकारी योजनाओं और कल्याणकारी नीतियों की जानकारी
- मुख्यमंत्री द्वारा संभावित नई घोषणाएँ (जैसे छात्रवृत्ति, रोजगार, कौशल विकास योजनाएँ)
🔶 राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से महत्व
- बस्तर में आत्मसमर्पण कार्यक्रम सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति का परिणाम है, जो मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में राज्य की सुरक्षा नीति की सफलता को दर्शाता है।
- कांकेर में पिछड़ा वर्ग समाज का आयोजन मुख्यमंत्री की सामाजिक संवेदनशीलता और समावेशी राजनीति को रेखांकित करता है।
- यह दौरा एक ही दिन में दक्षिण और उत्तर बस्तर के बीच संतुलन साधने वाला रणनीतिक कार्यक्रम है, जो क्षेत्रीय विकास और राजनीतिक संदेश दोनों देता है।
🔶 प्रशासनिक व्यवस्था
- दौरे के दौरान बस्तर और कांकेर जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, स्थानीय विधायक और जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
- दोनों स्थानों पर सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए गए हैं।
- मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर स्थानीय प्रशासन ने यातायात व्यवस्था और जनसुरक्षा के विशेष निर्देश जारी किए हैं।
🔶 संक्षेप में
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का यह एकदिवसीय दौरा “शांति, समाज और संवेदना” तीनों विषयों को एक साथ जोड़ता है।
सुबह बस्तर में आत्मसमर्पण और विकास का संदेश,
तो दोपहर कांकेर में सामाजिक एकता और पिछड़ा वर्ग सशक्तिकरण का प्रतीक —
यह कार्यक्रम सरकार की विकास-केन्द्रित और जनसहभागिता वाली नीति की झलक देता है।
