📍 परियोजना का उद्देश्य:
छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा फरसाबहार ब्लॉक क्षेत्र में कोकिया नदी पर 3.32 करोड़ रुपए की लागत से एक उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया जा रहा है।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को बेहतर कनेक्टिविटी देना और उनके विकास को गति प्रदान करना है।

🚀 परियोजना से मिलने वाले लाभ:
- 🏘️ गांवों का सीधा संपर्क ओडिशा से:
पुल बनने के बाद फरसाबहार ब्लॉक के निम्नलिखित प्रमुख गांव सीधे ओडिशा राज्य से जुड़ जाएंगे:- कोरंगामाल
- भालूमुंडा
- पेटामेरा
- अंकिरा
- खरीबहार
- जुड़वाइन
- सागजोर
- परेवाआरा
इसके अलावा कई अन्य दर्जनों गांव भी इससे लाभान्वित होंगे।
- 🏢 विकासखंड मुख्यालय से बेहतर जुड़ाव:
- रेडेघाट
- सोनाजोरी
- बनखेता
- माटीहेजा
जैसे गांव विकासखंड मुख्यालय से बेहतर कनेक्टिविटी के साथ जुड़ेंगे।
► इससे इन गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और प्रशासनिक सेवाओं का सुलभ पहुंच सुनिश्चित होगी।
🌧️ बरसात में राहत:
- ग्रामीणों की समस्या:
► बरसात के मौसम में कोकिया नदी का पानी तेज़ी से बढ़ जाता था।
► इससे आवाजाही रुक जाती थी।
► बच्चों का स्कूल जाना, मरीजों का अस्पताल पहुंचना और अन्य जरूरी कार्य असंभव हो जाता था। - पुल बनने के बाद:
► यह समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।
► ग्रामीणों को सुरक्षित, निर्बाध और सुगम आवागमन का लाभ मिलेगा।
► नजदीकी विकासखंड मुख्यालय और ओडिशा की दिशा में यात्रा करने की दूरी भी कम हो जाएगी।
✅ परियोजना का महत्व:
- यह पुल एक सामूहिक विकास की पहल है जो छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बीच सामाजिक-आर्थिक संपर्क को मजबूत करेगा।
- स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में सहायक बनेगा, क्योंकि व्यापार व सामुदायिक गतिविधियाँ पहले से अधिक सुगम व व्यवस्थित होंगी।
- स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा सुविधाओं और रोजगार अवसरों तक ग्रामीण जनों की पहुंच में वृद्धि होगी।
🎯 निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की यह पहल ग्रामीण क्षेत्र की बुनियादी समस्याओं को दूर करने और विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
👉 आगामी समय में इस पुल का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा कर ग्रामीण जनों को इसका लाभ पहुँचाना राज्य सरकार की प्राथमिकता होगी।
यह परियोजना ग्रामीण जीवन को सशक्त बनाने और क्षेत्रीय विकास को आगे बढ़ाने में ऐतिहासिक योगदान देगी।