स्थान: कांकेर
एक पुलिस इंस्पेक्टर ने पुलिस लाइंस में खुलेआम छत से 10 आवारा कुत्तों को गोली मार दी, एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें दर्जनों शव प्लास्टिक बैग में डंप किए जा रहे थे। इस घटना के बाद भारी जनाक्रोश फैला और राज्य सरकार ने एक विस्तृत जांच की घोषणा की।

छत्तीसगढ़: कांकेर में पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा 10 आवारा कुत्तों की गोली मारकर हत्या, वीडियो वायरल — राज्य सरकार ने दिए जांच के आदेश
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक हृदय विदारक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा 10 आवारा कुत्तों को पुलिस लाइंस की छत से गोली मारकर मार डाला गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुत्तों के शवों को प्लास्टिक बैग में भरकर ठिकाने लगाते हुए देखा जा सकता है।

🐾 घटना का विवरण:
- 📍 स्थान: कांकेर पुलिस लाइन, छत्तीसगढ़
- 🔫 कथित आरोपी: एक पुलिस इंस्पेक्टर,
- 📹 वीडियो फुटेज में इंस्पेक्टर को बंदूक के साथ छत से निशाना साधते और कुत्तों को गिरते हुए देखा गया
- 🐶 10 से अधिक कुत्तों की हत्या, कुछ घायल होने की भी खबरें
😡 जनाक्रोश और प्रतिक्रियाएं:
- स्थानीय लोगों और पशु प्रेमियों ने इस घटना को निर्मम और अमानवीय कृत्य बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया
- सोशल मीडिया पर #JusticeForDogs और #KankerCruelty जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे
- कई पशु अधिकार संगठनों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और एनिमल वेलफेयर बोर्ड से कार्रवाई की मांग की है
- राज्य पशु कल्याण बोर्ड ने कांकेर एसपी को नोटिस भेजा
⚖️ राज्य सरकार की प्रतिक्रिया:
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस घटना को गंभीर और शर्मनाक बताया और कहा कि:
“कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है, चाहे वह किसी भी पद पर हो। हम जानवरों के साथ ऐसी क्रूरता को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
- गृह विभाग ने विस्तृत जांच के आदेश दिए
- डॉग प्रोटेक्शन एक्ट, IPC की धारा 429, पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किए जाने की संभावना
- आरोपी पुलिसकर्मी को ड्यूटी से हटाने की प्रक्रिया शुरू
- जिला कलेक्टर व एसपी से 48 घंटे में रिपोर्ट तलब
📢 पशु अधिकार कार्यकर्ताओं की मांगें:
- आरोपी पुलिसकर्मी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी
- घटना में शामिल अन्य कर्मियों की भी पूछताछ और दंडात्मक कार्रवाई
- कांकेर पुलिस लाइन में CCTV और निगरानी सिस्टम की स्थापना
- पशु संरक्षण कानूनों के सख्त पालन की मांग
- घायल कुत्तों के लिए चिकित्सा सुविधा और रेस्क्यू की व्यवस्था
🧩 घटना का सामाजिक संदर्भ:
- यह मामला छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक जवाबदेही, पशु अधिकारों, और पुलिस की संवेदनशीलता को लेकर बहस छेड़ रहा है
- लोग सवाल कर रहे हैं कि जब कानून पालन कराने वाला अधिकारी ही इस तरह की अमानवीयता करेगा, तो आमजन से क्या अपेक्षा की जाए