- भारत के युवा खिलाड़ी गुकेश और प्रग्गनानंद शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
- मैग्नस कार्लसन ने कहा कि उन्होंने “ओल्ड मैन चेस” खेलकर गुकेश को हराया।
- गैरी कास्परोव ने गुकेश की आलोचना करते हुए कहा कि “उन्होंने आज बहुत खराब खेला।”
क्रोएशिया में चल रहे ग्रैंड चेस टूर में गुकेश और प्रग्गनानंद के प्रदर्शन के साथ-साथ कार्लसन और कास्परोव की प्रतिक्रियाएँ:

🧠 प्रदर्शन की झलक
- गुकेश और प्रग्गनानंद ने तेज़ और ब्लिट्ज़ फॉर्मेट में जबरदस्त खेल दिखाया। गुकेश ने रैपिड सेक्शन में करियर की सबसे बेहतरीन खेली और शीर्ष पर रहा, जबकि प्रग्गनानंद ने भी प्रभावी प्रदर्शन किया—यह दोनों भारतीय प्रतिभाओं के लिए बड़ी उपलब्धि है।
♟️ मैग्नस कार्लसन की टिप्पणियाँ
- कार्लसन ने गुकेश को हराने के बाद स्वीकार किया कि उन्होंने “ओल्ड‑मैन चेस” खेली: “I was really just playing old man’s chess… But it worked out well; can’t complain.”
यानी, उन्होंने सीधे-सपाट तरीके से खेलते हुए जीत हासिल की, लेकिन खुद उसे बहुत आकर्षक नहीं समझा। - ब्लिट्ज़ में उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए नौ में से 7.5 अंक लिए और टर्निंग प्वाइंट माना—गुकेश के खिलाफ जीत इसमें प्रमुख थी ।
🗣️ गैरी कास्परोव की प्रतिक्रिया
- कास्परोव ने कहा: “I thought Gukesh’s games were feeble yesterday and today… Losing four games in a row … resembles on the negative side, his outstanding performance in rapid.” उनका मानना है कि गुकेश की कल-आज की खेल शैली “बेहद खराब” थी और संभव है कि तेज फॉर्मेट में युवा खिलाड़ी अभी पूरी तरह तैयार नहीं है ।
🔄 मुकाबले का संक्षेप
- रैपिड सेक्शन: गुकेश ने 14 में से 14 अंक हासिल कर शानदार प्रदर्शन किया और शीर्ष पर रहे ।
- ब्लिट्ज़ सेक्शन (पहले 9 में):
- कार्लसन ने 7.5 प्वाइंट्स से अग्रणी स्थिति में प्रवेश की en.wikipedia.org+6vg.no+6elpais.com+6।
- गुकेश को ब्लिट्ज़ में कुछ कठिनाइयाँ झेलनी पड़ीं, वे 1.5 प्वाइंट्स तक सीमित रहे ।
🎥 इसका विज़ुअल अनुभव देखें
कार्लसन के “old‑man chess” के बयान को परखने के लिए यह वीडियो देखें, जिसमें गुकेश के खिलाफ उनकी चालों की समीक्षा की गई है:
Magnus Carlsen says he beat Gukesh by playing ‘old‑man chess’
✅ स्थिति सारांश
- गुकेश: तेज़ फॉर्मेट में दमदार लेकिन ब्लिट्ज़ में थोड़ा संघर्षशील।
- प्रग्गनानंद: शक्तिशाली प्रदर्शन, भारतीय भविष्य उज्जवल दिखा।
- कार्लसन: “पुराने तरीके” से जीत हासिल करने में कामयाब; अभी भी शीर्ष दर्जे पर कायम ।
- कास्परोव: युवा प्रतिभा की जमकर समीक्षा की — “बेहद खराब खेला” — लेकिन उम्मीद अभी बरकरार ।
📝 आगे की संभावनाएँ
- ब्लिट्ज़ के अगले 9 दौर निर्णायक साबित होंगे — क्या कार्लसन टिकेगा या गुकेश वापसी करेगा?
- कास्परोव की तीखी टिप्पणियाँ गुकेश के आत्म-विश्लेषण और सुधार की दिशा में उपयोगी हो सकती हैं।
- भारतीय दर्शकों के लिए यह युवा जोड़ी भविष्य का संकेत — मुकाबला जारी रहेगा।