खेल l 19 साल के Lhuan‑dre Pretorius ने टेस्ट क्रिकेट में अपने डेब्यू मैच में शतक बनाकर इतिहास रच दिया। यह पहला मौका है जब दक्षिण अफ्रीका के किसी बल्लेबाज ने टेस्ट डेब्यू पर शतक जड़ा हो.
यहाँ Lhuan‑dre Pretorius द्वारा रचा गया ऐतिहासिक सफर.
शतक और रिकॉर्ड
- तारीख और स्थान: 28 जून 2025 को बुलावायो में क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में, पहले टेस्ट के पहले दिन, लुआन-ड्रे ने टेस्ट डेब्यू में 153 रन बनाए।
- युवा रिकॉर्ड:
- उम्र थी 19 साल और 93 दिन, जिससे वह टेस्ट डेब्यू पर सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ बन गए — पहले ये रिकॉर्ड ग्रीम पोलक के नाम था, जिनकी उम्र तब 19 वर्ष 317 दिन थी
- उन्होंने पोलक का 61 वर्ष पुराना रिकॉर्ड तोड़ा ।

📈 अतिरिक्त उपलब्धियाँ
- उन्होंने टेस्ट इतिहास में 150 रन में सबसे कम उम्र का रिकार्ड भी तोड़ा — इससे पहले यह उपलब्धि पाकिस्तान के जावेद मियांदाद (19 वर्ष 119 दिन में 163 रन) के नाम थी।
- उन्होंने सिर्फ 112 गेंदों में अपना शतक पूरा किया — जो उन्होंने 207/6 के स्कोर पर हासिल किया, जब वह बल्लेबाज़ी कर रहे थे ।
- वह सातवें ऐसे दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज़ हैं, जिन्होंने टेस्ट डेब्यू पर शतक जड़ा है; और कुल Test डेब्यू शतक की संख्या अब 119 है — Pretorius सबसे हालिया नाम है ।
🧩 पारी की रूपरेखा
- प्रारंभिक संकट: SA शुरुआती बल्लेबाज़ी में 23/3, फिर 55/4 तक संघर्ष कर रही थी जब Pretorius ने क्रीज़ संभाली ।
- पार्टनरशिप्स:
- डेब्यू साथी Dewald Brevis के साथ उन्होंने 95 रन की साझेदारी जोड़ी ।
- इसके बाद Corbin Bosch के साथ सातवें विकेट के लिए 108 रन की साझेदारी की, जिससे टीम का दबाव कम हुआ और दिन का खेल 418/9 पर समाप्त हुआ ।
🎯 भविष्य की उम्मीदें
- Pretorius की घरेलू फर्स्ट‑क्लास पारी (टाइटन्स के लिए, दस दिसंबर 2024 में 120 रन) और SA20, IPL में प्रदर्शन को देखते हुए उनको भविष्य का चमकदार सितारा माना जा रहा है।
- शुरुआत से ही वह मुंबई इंडियंस, टाइटन्स, हैम्पशायर जैसी टीमों में खेले हैं—इससे उनकी तकनीक और आत्मविश्वास में लगातार निखार आया है।
- अब क्रिकेट निगाहें उनके अगले कदम पर हैं: क्या वह इस तेज शुरुआत को आगे टेस्ट सीरीज में भी जारी रख पाएंगे?
📝 निचोड़
Lhuan‑dre Pretorius ने सिर्फ एक पारी में ही दो बड़ी उपलब्धियाँ हासिल कीं: सबसे कम उम्र का टेस्ट शतक और सबसे कम उम्र में टेस्ट में 150 रन। ये दोनों रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि वह दीर्घकालीन सफलता की ओर अग्रसर हैं, और इसकी शुरुआत एक स्मारकीय टेस्ट डे뷔 पारी से हुई।