धमतरी। भगवान श्री रामचंद्र जी का जन्म पुत्रयेष्ठी यज्ञ से हुआ था, और यह यज्ञ छत्तीसगढ़ यानी कौशल प्रदेश के श्रृंगी ऋषि ने किया था. धमतरी जिले के सिहावा के महेंद्रगिरी पर्वत पर श्रृंगी ऋषि का जन्म हुआ था, यहां आज भी श्रृंगी ऋषि का आश्रम है. यहीं से महानदी का उद्गम भी हुआ है.
वनवास के दौरान भगवान राम ने भी महेंद्रगिरी पर्वत पर समय बिताया था. छत्तीसगढ़ सरकार ने इस इलाके को रामवनगमन पथ में शामिल किया है.