राजिमl सुबह 4 बजे से लोग तीन नदियों (पैरी, सोंढूर, महानदी) के संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. यहां लोग स्नान कर महानदी और सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित कर रहे हैं. इसके अलावा राजीव लोचन भगवान, कुलेश्वरनाथ महादेव के मंदिर में भी सुबह से भक्तों का तांता लगा हुआ है. इसी के साथ शाम को राजिम कुंभ कल्प का शुभारंभ हो जाएगा.
आज से राजिम कुंभ कल्प की शुरुआत होने जा रही है. इसमें 3 मार्च से 8 मार्च तक संत समागम होगा. जिसमें शंकराचार्य समेत देश के बड़े-बड़े साधु-संत छत्तीसगढ़ आएंगे. प्रदेश में 18 साल पहले से लगातार राजिम कुंभ मेले का आयोजन होता आ रहा है.
पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने इसका नाम बदलकर “माघी पुन्नी मेला” किया था. जिसे अब फिर से राजिम कुंभ कर दिया गया है. राजिम का इतिहास श्री राम के वनवास काल से जुड़ा है. राजिम कुंभ का समापन 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर होगा.