विदेशी बिजली आपूर्ति और ग्रामीण विकास — ट्राइबल-बेल्ट इलाकों में बिजली आपूर्ति सुधारने के लिए CSPTCL ने 132 kV डबल सर्किट लाईन स्थापित की है, जिससे 250 से ज़्यादा गांवों को फायदा होगा।
छत्तीसगढ़ में ग्रामीण और ट्राइबल-बेल्ट इलाकों के लिए बिजली आपूर्ति सुधार — विस्तार से
1️⃣ परियोजना का उद्देश्य
- मुख्य लक्ष्य: ट्राइबल-बेल्ट (आदिवासी क्षेत्र) और ग्रामीण इलाकों में स्थिर और निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना।
 - सहायता: यह पहल CSPTCL (Chhattisgarh State Power Transmission Company Limited) द्वारा की गई है।
 - लाभार्थी: परियोजना से 250 से अधिक गांवों को सीधे लाभ मिलेगा।
 

2️⃣ तकनीकी विवरण
- लाइन प्रकार: 132 kV डबल सर्किट लाइन।
 - विशेषताएँ:
- डबल सर्किट होने से लाइन में कोई खराबी होने पर भी आपूर्ति बनी रहती है।
 - अधिक लोड क्षमता और भरोसेमंद ट्रांसमिशन।
 
 - विस्तार: नई लाइन से पहले इन क्षेत्रों में बिजली काफी अनियमित और कम वोल्टेज वाली थी। अब ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में बिजली लगातार और पर्याप्त वोल्टेज के साथ पहुंचेगी।
 
3️⃣ लाभ
- ग्रामीण विकास:
- बिजली आपूर्ति के सुधार से शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्रों में मदद।
 - स्कूल, हॉस्पिटल और पंचायत कार्यालयों को अब स्थिर विद्युत मिलेगी।
 
 - कृषि और उद्योग:
- किसानों के लिए सिंचाई पंप और अन्य कृषि उपकरण चलाना आसान।
 - स्थानीय छोटे उद्योग और व्यवसायों को अविरत ऊर्जा मिलेगी।
 
 - सामाजिक लाभ:
- आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में रोज़गार और जीवन स्तर में सुधार।
 - डिजिटल शिक्षा, कंप्यूटर और इंटरनेट सुविधाओं के लिए बिजली की उपलब्धता।
 
 
4️⃣ परियोजना का महत्व
- ट्राइबल-बेल्ट क्षेत्र: ये इलाके अक्सर दुर्गम और नक्सल प्रभावित रहे हैं।
 - सशक्तिकरण: बिजली आपूर्ति से ग्रामीण और आदिवासी समाज में सशक्तिकरण और आर्थिक विकास संभव।
 - सतत विकास: स्थिर बिजली ग्रामीण क्षेत्रों को आधुनिक जीवन और आधारभूत सुविधाओं से जोड़ती है।
 
		